अभी कुछ दिनों पहले की बात है, सीहोर (मध्य प्रदेश) से मेरे एक पत्रकार मित्र आये हुए थे. उन्होंने बताया कि सीहोर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक प्रचारक ने संघ की शाखाओं में आने वाले एक बालक के साथ दुष्कर्म किया. इस घटना को रफा दफाकर दिया गया और वह प्रचारक आज भी छुट्टे सांड की तरह घूम रहा है. राज्य में हाफ पैनटिया लोगों की सरकार है इसलिए संघियों के सारे अपराध माफ़ हैं.
संघ के अविवाहित प्रचारक के बारे में मशहूर है कि वे संघ की शाखाओं में आने वाले अबोध बालकों के साथ दुष्कर्म करते हैं. सभी प्रचारक तो ऐसे नहीं होते, लेकिन प्रायः होते हैं. कुछ तो ऐसे भी होते हैं जो चोरी छुपे महिलायों के साथ सम्बन्ध रखते हैं. दो को मैं ही जनता हूँ. एक को तो टीकमगढ़ में 'मद्रास वाले जीजाजी' कहा जाता है, और दूसरे एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं. संघ परिवार के एक वयोवृध्द नेता तो आजीवन अविवाहित रहे लेकिन अपनी प्रेमिका को हमेशा उन्होंने अपने साथ रखा. उस महिला से उनकी एक बेटी भी है जिसे गोद लेकर उन्होंने उसे अपना नाम दे दिया है.
बहरहाल, कहने का मकसद यह है कि संघ परिवार में दुष्कर्मियों और ऐयाशों की कोई कमी नहीं है.
रोज़ सुबह की तरह आज भी मैं राजपथ पर टहलने निकला। राजपथ वो नहीं जिसपर पैरेड
होता है, अपने घर के बाहर वाली सड़क को भी मैं राजपथ ही कहता हूँ। वैसे भी कहन...
2 years ago