लोकपाल बिल में प्रधानमंत्री !
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चाहते हैं कि प्रधानमंत्री पद को लोकपाल के दायरे में लाया जाये लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा नहीं चाहती. इसका एक ही कारण है. कांग्रेस की यह मंशा है, इरादा हैं, सपना है, भरोसा है कि एक दिन राहुल गाँधी प्रधानमंत्री बनेंगे, और अगर प्रधानमंत्री का पद लोकपाल के दायरे में आ गया तो राहुल गाँधी वे सभी काम नहीं कर पाएंगे जो उनके पिता राजीव गाँधी कर गए. तब राहुल गाँधी भ्रष्टाचार के वे कारनामे नहीं कर पाएंगे जिनके लिए नेहरु-गाँधी घराना जाना जाता है. तब तो लोकपाल उनकी गर्दन पकड़ लेगा.
सनद - यह पोस्ट उसी दिल्ली में लिखी गयी जहाँ हर तरफ बेहिसी का आलम तारी रहता है, और बखत वही जब हवा-बयार पानी की आस जगाये और पानी ना बरसे. बकलमखुद ! लिख दिया कि सनद रहे और बखत-ज़रुरत काम आवे !
1 comment:
मुझे लगता है जो भी नेतागन , संसद में बैठे हैं उन सभी ने कहीं न कहीं ये गुमान पाला ही हुआ है की क्या पता कभी शायद वो भी प्रधान मंत्री बन ही जाएँ, जब चन्द्रशेखर बन सकते हैं तो वो क्यों नहीं ? गठबंधन की राजनीती में कुछ भी असंभव नही , क्योंकि कहा जाता है की बारह सालो में तो कूड़े के ढेर के भी दिन फिरते हैं ... और वैसे भी आइना आपने मालिक से झूठ ही बोलता आया है
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